राजनीतिक पार्टियों के लिए नाक का सवाल बना नगर पंचायत पटना


कोरिया बैकुंठपुर। कोरिया जिले के एकमात्र नगर पंचायत पटना का चुनाव कांग्रेस एवं भाजपा के लिए नाक का सवाल बनकर रह गया है जहां पर अभी तक भाजपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं तो वही कांग्रेस पार्टी भी अभी तक कोई निर्णय लेने के लिए निर्णायक भूमिका में नजर नहीं आ रही है।  वैसे नगर पंचायत पटना भाजपा तथा कांग्रेस के लिए करो या मरो की स्थिति में दिख रही है।  भाजपा जहां पर पूर्व सरपंच को चुनाव में खड़ा कर सकती है तो वही कांग्रेस पार्टी पटना क्षेत्र के दिग्गज नेता यवत कुमार सिंह, योगेश शुक्ला, तथा चुनाव प्रभारी अशोक जायसवाल के पसंद को तवज्जो दे सकती है।  वैसे भी पटना क्षेत्र में लोकप्रियता के मामले में यवत कुमार सिंह तथा योगेश शुक्ला की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है।  मामला चाहे जो भी हो लेकिन नगरी निकाय चुनाव में कोरिया जिले में एकमात्र नगर पंचायत पटना राजनीतिक पार्टियों सहित निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए चुनावी पारा बड़ा कर रख दिया है।  राजनीतिक पार्टियों से हटके अगर देखा जाए तो नगर पंचायत पटना में निर्दलीय उम्मीदवार भी राजनीतिक पार्टियों की समीकरण बिगड़ना में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। यहां पर विशेष ध्यान देने की बात यह है कि पूर्व में ग्राम पंचायत रहते हुए ग्राम पंचायत में कराए गए कार्य तथा पंचायत प्रतिनिधियों की लोकप्रियता भी महत्वपूर्ण भूमिका रखेगी। मामला चाहे जो भी हो लेकिन राष्ट्रीय पार्टी सहित निर्दल उम्मीदवार भी अपनी पहुंच का एहसास करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं लेकिन राष्ट्रीय पार्टियों के उम्मीदवारों के ऊपर नगर पंचायत पटना का चुनाव महत्वपूर्ण रहेगा।

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