जेएमएस कंपनी की लापरवाही से खान दुर्घटना में श्रमिक की मौत...... महाप्रबंधक ने दिलाया 15 लाख रुपयों का एक्स ग्रेशिया मुआवजा......


नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट

चरचा कालरी........ मंगलवार की रात चर्चा वेस्ट खदान में मंगलवार की रात लगभग 9 बजे हुई  दुर्घटना में जेएमएस कंपनी के ठेका श्रमिक दिगेश्वर सिंह पिता शोभित सिंह उम्र 32 वर्ष निवासी बरबसपुर एमसीबी जिले की दुखद मृत्यु हो गई प्राप्त जानकारी के अनुसार चर्चा बेस्ट खदान के अंदर पैनल नंबर पांच में जेएमएस कंपनी के कर्मचारी कोयला उत्खनन का कार्य कर रहे थे कोयला उत्खनन करने हेतु डी एच मशीन से कार्य किया जा रहा था इस मशीन के केबल को उठाने का कार्य दिगेश्वर सिंह का था घटना के समय काम बंद था किंतु मशीन के ऑपरेटर ने अचानक मशीन प्रारंभ कर दिया जिसकी वजह से केबल खिंच गया और दिगेश्वर सिंह उसकी चपेट में आ गया घटनास्थल पर कार्य कर रहे मजदूरों ने तुरंत श्रमिक को बाहर निकाला और उसे क्षेत्रीय चिकित्सालय चर्चा पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों ने जांच उपरांत  मृत घोषित कर  दिया दिया दुर्घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई मृतक के परिवार में उसकी पत्नी सविता सिंह पिता शोभीत सिंह एवं उसकी माता रहती हैं मृतक श्रमिक के साथ कार्य करने वाले मजदूरों ने बताया की मात्र तीन दिन पूर्व ही दिगेश्वर ने कार्य प्रारंभ किया था और चौथे दिन उसकी मृत्यु हो गई मृत श्रमिक का वोकेशनल ट्रेनिंग भी ठेका कंपनी के द्वारा नहीं कराया गया जबकि खदान में काम करने के पूर्व बीटीसी ट्रेनिंग अनिवार्य होती है। 

 खान में हुई दुर्घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्रीय चिकित्सालय में  ठेका श्रमिक भारी संख्या में पहुंचने लगे किंतु ठेका कंपनी जेएमएस के उच्च अधिकारी नहीं पहुंचे जिसकी वजह सेश्रमिकों में काफी नाराजगी नजर आई ,चर्चा पुलिस ने शव का पंचनामा करने का प्रयास किया किंतु सभी ठेका श्रमिकों ने इसका विरोध करते हुए 15 लाख रुपया का तत्काल मुआवजा राशि दिलाए जाने की बात कही , और पंचनामा करने से इनकार कर दिया श्रमिकों के द्वारा भारी विरोध किया जा रहा था तब तक राजेश सिंह उपाध्यक्ष नगर पालिका शिवपुर चर्चा अरुण जायसवाल अध्यक्ष नगर पालिका शिवपुर चर्चा पार्षद प्रदीप तिवारी लाल मोहम्मद हसन महमूद हसन सहित काफी जनप्रतिनिधि भी घटनास्थल में पहुंच गए और ठेका श्रमिकों का समर्थन करने लगे काफी विलंब के बाद जेएमएस कंपनी के एक अधिकारी पहुंचे और श्रमिकों को ही डांटने लगे जिससे और ज्यादा श्रमिक भड़क गए किसी तरह पुलिस के हस्तक्षेप के बाद उक्त अधिकारी को वापस भेजा गया कॉलरी प्रबंधन की ओर से गौरव दुबे उपकार्मिक प्रबंधक, ददन राम उपकार्मिक प्रबंधक ,हीरा सिंह उपकार्मिक प्रबंधक ,धर्मेंद्र सिंह श्रम संघ प्रतिनिधि रियाज अहमद ,प्रवीण डेहरिया, महेश यादव आदि यूनियन प्रतिनिधि भी पहुंचे और आपसी सामंजस के साथ समाधान करने का प्रयास किया किंतु सभी ठेका श्रमिक मुआवजा राशि पर  आड़े रहे उनका कहना था कि जब तक मुआवजा राशि नहीं मिलेगी तब तक हम पंचनामा नहीं होने देंगे। 

महाप्रबंधक का मिला विशेष सहयोग..... क्षेत्रीय चिकित्सालय चर्चा में मृत ठेका श्रमिक के पक्ष में  प्रदर्शन कर रहे ठेका श्रमिकों की मांगों के संबंध में जानकारी मिलते ही महाप्रबंधक बी.एन. झा ने जेएमएस कंपनी के प्रभारी को एक्सग्रेशिया राशि देने का निर्देश दिया, चर्चा खदान में कोयला निकालने का ठेका जेएमएस कंपनी ने लिया था और मृत श्रमिक में इसी कंपनी का कर्मचारी था इस वजह से जेएमएस कंपनी की ही जिम्मेदारी बनती है कि वह श्रमिक को मुआवजा राशि दे किंतु कंपनी के अधिकारियों ने तकनीकी कारणों व एक अधिकारी की छुट्टी पर होने की बात करते हुए तत्काल राशि देने में असमर्थता व्यक्ति की जिस पर महाप्रबंधक बी.एन. झा ने सहृदयता दिखाते हुए तत्काल एसईसीएल बैकुंठपुर क्षेत्र की ओर से 15 लाख  रुपयो का चेक मृत श्रमिक की पत्नी श्रीमती सविता सिंह के नाम पर प्रदान किया इसके अतिरिक्त ठेका कंपनी के द्वारा ₹25000 की राशि की नगद राशि मृतक के अंतिम संस्कार के लिए दिया गया। 

ठेका कंपनी पर मजदूरों ने लगाया..... जेएमएस कंपनी में काम करने वाले ठेका मजदूरों ने कहा कि कंपनी के द्वारा पेटी कॉन्टैक्टर के माध्यम से कार्य कराया जाता है खदान के अंदर ठेका काम करने हेतु  ठेकेदार परमानंद और मुंशी रामराज के द्वारा हम लोगों से 20 हजार रुपया लिया गया है ठेकेदार के द्वारा बीटीसी भी नहीं कराया जाता और जबरन ऐसे कार्य करवाए जाते हैं जिसके  बारे में हम लोग को कोई जानकारी नहीं रहती किंतु जीवन यापन करने के लिए मजबूरी में हम लोगों को कार्य करना पड़ता है ठेका कंपनी और ठेकेदार के द्वारा अंग्रेजों की तरह व्यवहार किया जाता है। 

थाना प्रभारी चर्चा की रही  विशेष सक्रियता......  खान दुर्घटना में मृत श्रमिक के प्रकरण में चर्चा थाना प्रभारी प्रमोद पांडे की विशेष सक्रियता नजर आई थाना प्रभारी सुबह 7: बजे से ही क्षेत्रीय चिकित्सालय में डटे रहे अस्पताल परिसर में कई बार श्रमिकों और ठेका कंपनियों के बीच विवाद की स्थिति हुई , ठेका कंपनी के विरोध में नारे भी लगे किंतु थाना प्रभारी की सक्रियता से किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई लगातार समझाइश देने व मुआवजा राशि मिलने के बाद श्रमिक भी वहां से चले गए। 

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