नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट
कोरिया चरचा कालरी .. ..... राष्ट्रिय राजमार्ग से चर्चा कालरी को जोड़ने वाला प्रमुख मार्ग, जिसमें रेलवे अंडरब्रिज आता है, को बीते 20 दिनों से रेलवे ठेकेदार द्वारा बिना किसी सार्वजनिक सूचना के अचानक बंद कर दिया गया है। इस मार्ग का बंद होना न केवल आम नागरिकों बल्कि भारी वाहनों की नियमित आवाजाही वाले इस क्षेत्र के लिए गंभीर समस्या बन चुका है।
विदित हो कि चर्चा कालरी कोल इंडिया की एक महत्वपूर्ण खदान है, जहां प्रतिदिन कोयला परिवहन के लिए काफी संख्या में बड़े-बड़े वाहनों का आना जाना होता है इसके अतिरिक्त हजारों लोग इसी मार्ग से प्रतिदिन आवागमन करते है इस मुख्य मार्ग के बंद होने के कारण अब इन वाहनों व हजारों नागरिकों को चर्चा थाना के बगल से होकर छठ घाट वाले मार्ग से गुजरना पड़ रहा है, जो कि केवल हल्के वाहनों के लिए निर्मित था। कोयला लोड भारी ट्रकों के इस वैकल्पिक मार्ग से गुजरने से वहां की पुलिया भी धसकने लगी है i इसके अतिरिक्त यह मार्ग काफी सकरा है जिसमें दो बड़ी बहनें एक साथ नहीं निकल सकती इन दोनों मुख्य कारणों से दुर्घटनाओं की आशंका लगातार बनी हुई है।
लगातार हो रही दुर्घटनाएं, जनसुरक्षा पर संकट: ...रविवार को नगर पालिका का एक ट्रैक्टर जो की पानी का टैंकर लेकर छठ घाट के रास्ते से जा रहा था अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे गिर गया, जिससे चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना के कुछ घंटे बाद एक कोयला लदा ट्रक भी पास की पुलिया में फंस गया। ऐसी घटनाएं लगातार घटित हो रही है जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
नगर पालिका प्रशासन ने दी थी चेतावनी . .....नगर पालिका शिवपुर-चर्चा के मुख्य नगर पालिका अधिकारी वशिष्ठ ओझा द्वारा 22 अप्रैल को क्षेत्र प्रबंधक, चर्चा को पत्र भेजकर स्पष्ट रूप से अवगत कराया गया था कि छठ घाट का मार्ग केवल छोटे वाहनों व आम नागरिकों के लिए है। भारी कोयला वाहनों की आवाजाही से पुलिया टूट रही है, सड़कें उखड़ रही हैं और किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। अतः मुख मार्ग खुलने तक इस मार्ग से कोयला लोड भारी वाहनों का आना-जाना बंद करें बावजूद इसके न तो रेलवे विभाग द्वारा मार्ग खोला गया, न ही चर्चा प्रबंधन द्वारा कोई वैकल्पिक उपाय किया गया।
जिला प्रशासन की पहल जरूरी....
चर्चा कालरी प्रबंधन द्वारा रेलवे को कोयला परिवहन के मद में प्रतिमाह करोड़ों रुपये का भुगतान किया जाता है, वह अन्य सुविधाएं भी दी जाती है फिर भी रेलवे विभाग द्वारा मार्ग की मरम्मत या चालू करने में लापरवाही समझ से परे है। यह जनहित और जनसुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है माननीय जिला कलेक्टर एवं अन्य संबंधित उच्चाधिकारियों से नागरिकों ने मांग की है कि जनहित से जुड़े इस गंभीर मुद्दे पर संज्ञान लेते हुए तत्काल मुख मार्ग को प्रारंभ करने हेतु रेलवे विभाग को निर्देशित करें साथ ही ठेकेदार एवं संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोहराई न जा सके।
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