कोरिया बैकुंठपुर। कोरिया जिले में राजनीति की बात हो और एक शख्स का नाम ना आए.तो राजनीति की बात अधूरी रह जाती है. इस व्यक्ति के कारण आज बैकुंठपुर को विकास के रास्ते पर चलाया जा रहा है.ये इनकी उपलब्धि ही है कि आज वो हमारे बीच में नहीं हैं.लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों को जिले में रहने वाला हर एक व्यक्ति याद करता है. इस शख्स का नाम था तीरथ गुप्ता...
14 फरवरी 1952 में बैकुंठपुर के एक मध्यम परिवार में जन्मे तीरथ गुप्ता का शुरू से ही राजनीति के प्रति विशेष झुकाव रहा. साथ ही जनसेवा शहर के विकास के बारे में तीरथ बाल्यकाल से ही चिंतित रहते थे. तीरथ गुप्ता की शिक्षा बैकुंठपुर के रामानुज प्रताप सिंहदेव हाईस्कूल में हुई. उसके बाद उन्होंने एमकॉम करने के लिए चिरमिरी के लाहिरी कॉलेज में अपना दाखिला लिया. खेल के प्रति विशेष रूचि के कारण फुटबाल में उनकी बड़ी रूचि थी. अच्छा खिलाड़ी होने के कारण एसईसीएल में उन्हें कॉलिरी में नौकरी भी मिली. लेकिन राजनीति में विशेष रूचि होने के कारण उन्होंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया.उसके बाद छात्र जीवन से राजनीति में विशेष रूचि दो बार नगर पालिका के अध्यक्ष एक बार नगरपालिका के उपाध्यक्ष साथ ही दो बार भारतीय जनता पार्टी जिला अध्यक्ष की कमान संभाली.
राजनीति के चाणक्य थे तीरथ गुप्ता राजनीति के जानकार बताते हैं कि "जब वह नगर पालिका बैकुंठपुर के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़े थे. तब कांग्रेस के 10, निर्दलीय 3 पार्षद थे. उसके बाद भी तीरथ गुप्ता नगर पालिका के उपाध्यक्ष बने. तभी से लोग उन्हें राजनीति का चाणक्य कहना शुरू कर दिये. जब तीरथ गुप्ता बैकुंठपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष थे. तब उनके कार्यकाल रहते में नगर को नगरपालिका का दर्जा दिलाया.
उन्होंने अपने कार्यकाल में बैकुंठपुर में कई विकास कार्य जो आज भी दिखते हैं. स्वर्गीय तीरथ गुप्ता कॉम्पलेक्स, मुक्तिधाम, कब्रिस्तान, मानस भवन, सांस्कृतिक भवन, फव्वारा चौक इंदिरा गांधी पार्क ये सारे विकास कार्य उन्हीं के कार्यकाल के समय के हैं. तीरथ गुप्ता को हर खेल पसंद था. साथ ही फुटबॉल में उन्होंने महारथ हासिल की थी.
बीजेपी में तीरथ जैसा नेता दूसरा ना हुआ
कुशल राजनीतिकार, एक अच्छे विचार, नेतृत्वकर्ता, ईमानदार प्रवृत्ति, सहनशीलता, गंभीरता, जैसे गुण तीरथ गुप्ता में फूट फूट के भरे थे. नेतृत्व करने की क्षमता संगठन को चलाने की कुशलता उनके अंदर भरपूर थी. यही कारण था कि भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष थे. उन्होंने पूरे जिले में भारतीय जनता पार्टी के सैकड़ों नए कार्यकर्ता बनाएं. साथ ही संगठन की गतिविधियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करवाया. हर कार्यक्रम का प्रबंधन हर चुनाव का मैनेजमेंट करने में तीरथ गुप्ता माहिर थे. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई सफल चुनाव संपन्न करवाएं. भाजपा को कई बार जीत हासिल करवाई. साथ ही सदैव छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ता का सम्मान उन्हें हमेशा अपने साथ जोड़े रखना सभी को धैर्य पूर्वक समझाना उनका गंभीर व्यक्तित्व दर्शाता था. यही कारण रहा कि जिला अध्यक्ष के कार्यकाल के दौरान उनका समय काफी सफलतापूर्वक बीता.
कौमी एकता की मिसाल थे स्व.तीरथ गुप्ता : हमेशा सर्व धर्म सम्मान करने वाले तीरथ गुप्ता कौमी एकता की मिसाल भी कहे जाते थे. एक मुस्लिम ज्योतिषी से शादी कर 38 वर्षों तक खुशहाल जिंदगी जीना सभी धर्मों का सम्मान करना उनकी कौमी एकता को दर्शाता है. 4 अक्टूबर 2020 के दिन शहर ने अपना विकास पुरुष खोया था. भाजपा ने एक अपना शीर्ष नेतृत्व खोया और उनके परिवार ने अपना सब कुछ खो दिया . तीरथ गुप्ता आज हमारे बीच में नहीं हैं. लेकिन उनकी यादें उनके किए हुए विकास कार्य आज भी जीवित हैं..साभार etv
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