1326.60 क्विंटल अवैध चावल पकड़ाया, बिहार–छत्तीसगढ़ पासिंग ट्रकों पर बड़ी कार्रवाई, लाखों की धांधली उजागर, दीपक एग्रोटेक राइस मिल में छापा प्रशासन की सख्ती का बड़ा असर, मिल परिसर से 42 लाख से अधिक का चावल जब्त


कोरिया बैकुंठपुर / धान खरीदी व्यवस्था में सख्ती लाने अपर कलेक्टर  सुरेंद्र प्रसाद वैद्य के निर्देशन में  पोड़ी–बचरा स्थित मेसर्स दीपक राइस मिल एवं दीपक एग्रोटेक राइस मिल पर की गई जांच में प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1326.60 क्विंटल अवैध चावल जब्त किया। जब्त चावल की कीमत 42,31,077 रुपए आंकी गई है।

बिहार पासिंग ट्रकों में भरा चावल, छत्तीसगढ़ ट्रकों में भी मिला माल,

जांच में पाया गया कि दो बिहार पासिंग ट्रकों में 727 क्विंटल चावल लोड था। दो छत्तीसगढ़ पासिंग ट्रकों में 699 क्विंटल चावल मिला। पूछताछ में मिल संचालक ने इसे धर्म कांटा में तौल हेतु लाया जाना बताया, लेकिन प्रस्तुत बिल-व्हाउचर से स्पष्ट हुआ कि यह चावल बिहार से लाया गया अवैध माल है। प्रथम दृष्टया यह चावल एफसीआई और नान गोदामों में खपाने की तैयारी में लाया गया प्रतीत होता है।

भौतिक सत्यापन में खुला बड़ा घोटाला,

संयुक्त टीम (खाद्य निरीक्षक, जिला विपणन अधिकारी, सहायक पंजीयक) के सत्यापन में पाया गया कि मिल में सिर्फ 12 हजार क्विंटल धान मौजूद था, जबकि एफसीआई-नान में 18 हजार क्विंटल चावल जमा करना जरूरी है, जबकि मौके पर सिर्फ 3 हजार क्विंटल चावल मिला। वहीं 12 हजार क्विंटल धान से अधिकतम 7,200 क्विंटल चावल ही बन सकता है। इस हिसाब से मिलरों को जमा करने के लिए 24 हजार क्विंटल धान की आवश्यकता थी। इससे स्पष्ट है कि बड़े पैमाने पर चावल खपाने व गड़बड़ी का प्रयास किया गया।

पिछले वर्ष की देनदारी भी भारी,

वर्ष 2024–25 की कस्टम मिलिंग के विरुद्ध मिल संचालक द्वारा अब भी 18,394 क्विंटल सीएमआर चावल जमा करना शेष है।

जप्त ट्रकों का विवरण,

वाहन क्रमांक बीआर-24 जीडी 0366 में 425.30 क्विंटल चावल,  बीआर- 24 जीबी 2743 में 302.40 क्विंटल चावल, सीजी 15 डीक्यू 9509 में 348.90 क्विंटल चावल तथा सीजी 04 एन आर 3900 में 350 क्विंटल इस तरह कुल 1326.60 क्विंटल चावल जब्त की गई, जिसकी कीमत 42 लाख 31 हजार 77 रुपए का है।

भौतिक सत्यापन पूरा होने के बाद मिल संचालक के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है। जिले में खरीफ वर्ष 2025-26 के तहत अब तक बड़ी कार्यवाही की गई है। इस अभियान से फर्जी व अवैध धान, चावल परिवहन करने वालों में हड़कंप मचने की सम्भावना है।

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