कोरिया जिले में सीएम की घोषणा भी नहीं हुई पूरी। बैकुंठपुर में मुख्य सड़क का चौड़ीकरण, सलका स्टेडियम, एयर स्ट्रिप जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट अटके,


कोरिया बैकुंठपुर। विधानसभा चुनाव के तारीख की घोषणा के साथ ही अधूरे निर्माण कार्य भाजपा के लिए चुनावी मुद्दे बन गए हैं। मनसुख स्टेट हाईवे के धनुहर नाला व नगर पालिका बैकुंठपुर के चेर में झुमका नाला पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने घोषणा की थी। सीएम की घोषणा के बावजूद बजट राशि की मंजूरी नहीं मिल सकी जिससे पुल निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका। करीब 14 करोड़ से इन दो पुल का निर्माण होना था। इसी तरह कोरिया जिला मुख्यालय की मुख्य सड़क का चौड़ीकरण, सलका स्टेडियम, तलवापारा में इंडोर स्टेडियम व मल्टी एक्टिविटी सेंटर, एयर स्ट्रिप जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी अधूरे रह गए। 

प्रदेश में विधानसभा चुनाव से सालभर पहले पुल निर्माण की मंजूरी मिली थी। ऐसे में पुल का निर्माण भी प्रदेश में मौजूदा कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरा नहीं हो सका। पुल-पुलिया के निर्माण कार्य अधूरे रह गए। पंचायतों में जगह-जगह पुल निर्माण का कार्य चल रहा है। बता दें जिन कार्यों का भूमिपूजन व निर्माण पहले शुरू हो चुका है वे निर्माण चलते रहेंगे। कांग्रेस जनप्रतिनिधि इस पंच वर्षीय को बेहतर व अपनी उपलब्धि बता रहे हैं क्योंकि जिला अस्पताल में सीटी स्कैन शुरू हो गई। जिला अस्पताल के लिए नए भवन का निर्माण चल रहा है। दूसरी ओर विपक्ष अधूरे निर्माण कार्यों को मुद्दा बनाकर हमलावर है। कोरिया जिला विभाजन भी बैकुंठपुर के लिए सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा बना नजर आ रहा है। 

गौरतलब है कि नगर पालिका क्षेत्र से गुजरने वाली एनएच सड़क चौड़ीकरण के लिए 8 साल में कई बार सर्वे प्रस्ताव बनाए गए पर खरवत जमगहना के बीच बायपास बनने से सड़क चौड़ीकरण पर विराम लगा हुआ है। बैकुंठपुर सड़क चौड़ीकरण के लिए इस साल भी कोरिया जिला प्रशासन ने सर्वे शुरू करवाया था। राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा पर इस पंच वर्षीय सरकार में यह कार्य भी पूरा नहीं हो सका। जिला मुख्यालय में मुख्य सड़क 30 से 40 फीट की है। चौड़ीकरण में सड़कों की चौड़ाई 60 से 80 फीट तक किया जाना है। इसके साथ ही फुटपाथ, सड़क के दोनों ओर नाली, डिवाइडर का निर्माण होना है। 

इसी तरह जिला मुख्यालय के ग्राम पंचायत सलका के अमीरबाग में 4 करोड़ 92 लाख से बन रहे स्टेडियम का निर्माण कार्य 90 फीसदी में ही अटक गया। स्टेडियम का एक कोना गड्ढे में है। मैदान लेवलिंग के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग काे यहां रिटर्निंग वॉल बनाकर बड़ी मात्रा में मिट्टी फीलिंग करने की जरूरत है पर इसके लिए विभाग के पास बजट नहीं है। खिलाड़ियों की भावनाओं से जुड़े इस प्रोजेक्ट को मार्च 2023 तक करना था पर तय समय में निर्माण नहीं हो सका। रिवाइज्ड एस्टीमेट शासन को भेजा गया है पर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई है। 


तलवापारा में गर्ल्स कॉलेज के सामने 3 करोड़ 14 लाख की लागत से इंडोर स्टेडियम व मल्टी एक्टिविटी सेंटर का निर्माण शुरू हुआ था पर न्यायालय से स्टे के कारण यह निर्माण भी रूक गया। दो साल में स्टेडियम निर्माण की लागत राशि भी बढ़ गई है। ऐसे में अब स्टे हटता भी है तो शासन को रिवाइज्ड एस्टीमेट भेजकर राशि की स्वीकृति लेनी होगी। इसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा। ऐसे में कॉलेज छात्रों व शहर के युवाओं को इंडोर स्टेडियम की सुविधा से भी वंचित होना पड़ गया। 


जिला मुख्यालय से लगे ग्राम पंचायत सलका मेंकाे में प्रस्तावित हवाई पट्टी के निर्माण के लिए शासन से दो बजट में राशि की मंजूरी दी गई पर स्थल को लेकर खड़े हुए विवाद के कारण हवाई पट्टी का प्रस्ताव अधर में अटक गया है। हवाई पट्टी को लेकर सूरजपुर से लगे ग्राम पंचायत कुड़ेली का भी सुझाव दिया गया है हालांकि प्रस्ताव में सलका मेंको गांव का जिक्र है। ऐसे में कोरिया जिले में हवाई पट्टी को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। 


स्टेट हाईवे 15 पर नगर पालिका बैकुंठपुर के चेर व मनसुख के धनुहर नाला पर 14 करोड़ की लागत से पुल निर्माण के प्रस्ताव पर राशि की मंजूरी नहीं मिली। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पोड़ी बचरा के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पुल निर्माण को लेकर घोषणा की थी। विभागीय जानकारी के अनुसार शासन से राशि नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। अब प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद ही पुल निर्माण को लेकर उम्मीद बंधी हुई है।

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