कोलकाता में महिला डॉक्टर की नृशंस हत्या से आक्रोशित हैं महिलाएं......



नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट

चरचा कालरी........  सात व 8 अगस्त की रात्रि देश के महानगर कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी निर्मम हत्या ने पूरे देश  को झकझोर कर रख दिया है। यह घटना ना केवल समाज के संवेदनहीनता को दिखाती है बल्कि यह सवाल भी खड़ा करती है कि आखिर कब तक महिलाएं इस प्रकार की हिंसा का शिकार होती रहेंगी? इस घटना की वजह से आज पूरा देश शर्मसार हो रहा है। 

मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता कोलकाता के एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में ट्रेनिंग कर रही थी। घटना के दिन,  कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसके साथ बर्बरता से बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई। इस दर्दनाक घटना ने पूरे देश  में आक्रोश फैला दिया है।  विभिन्न सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने सड़कों पर उतरकर इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया है। लोग मांग कर रहे हैं कि प्रशासन इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करे और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए। इस क्रम में चरचा कालरी क्षेत्र की महिलाओं में भी काफी आक्रोश नजर आया सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती  सलीका अफजल ने कहा कि  देश में लगातार इस तरह की घटनाएं हो रही है महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रही हैं विकसित भारत में इस तरह की घटनाएं देश की व्यवस्था पर सवालिया प्रश्न चिन्ह है जो की बेहद  चिंतनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है इस घटना ने फिर से सवाल उठाया है कि आखिर महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमारे समाज और प्रशासनिक ढांचे में क्या खामियां हैं। क्या हम वास्तव में अपने शहरों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बना पाए हैं? यह सवाल सिर्फ कोलकाता का नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक चुनौती है।

महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि प्रशासन अधिक सख्ती से कानून का पालन करे और समाज में जागरूकता फैलाई जाए। साथ ही, इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए हर नागरिक को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। जिससे इस देश की मातृशक्ति भी अपने आप को  गौरवान्वित महसूस कर सके। 

यह घटना हमें याद दिलाती है कि हम सभी को मिलकर एक ऐसा समाज बनाना होगा जहां महिलाओं को बिना किसी भय के जीने का अधिकार हो। प्रशासन को इस घटना से सबक लेना चाहिए और तुरंत प्रभाव से कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में कोई भी महिला इस प्रकार की हिंसा का शिकार न हो। हम सभी को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी बहनें, बेटियां, और माताएं सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सकें। इस दिशा में उठाए गए हर कदम से ही हम एक सुरक्षित और सभ्य समाज की नींव रख पाएंगे।

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