नगर पालिका शिवपुर चर्चा की सत्ता पर भारी है अगले 24 घंटे..... 23 अगस्त को होगा अविश्वास प्रस्ताव पर पार्षदों का सम्मिलन..... गायब है 10 पार्षद ,,,,,बंद पड़े हैं मोबाइल फोन...... कांग्रेस कमेटी की प्रतिष्ठा पर है भाजपा की चुनौती......



नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट

चरचा कालरी ....... .नगर पालिका शिवपुर चर्चा  की अध्यक्ष श्रीमती लाल मुनी यादव के विरुद्ध पालिका के  भाजपा समर्थित उपाध्यक्ष राजेश सिंह व अन्य पार्षदों के द्वारा कलेक्टर कोरिया के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर अविश्वास प्रस्ताव की मांग की गई थी।  इसके प्रति कलेक्टर कार्यालय के द्वारा 23 अगस्त के दिन सुबह 11 बजे अविश्वास प्रस्ताव के संबंध में  सम्मिलन करने का निर्देश जारी किया है।  विदित हो  की नगर पालिका शिवपुर चर्चा में कुल 15 पार्षद हैं जिनमें  कांग्रेस के 8 पार्षद भाजपा के पांच पार्षद व निर्दलीय दो पार्षद हैं ढाई वर्ष पूर्व पालिका उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस समर्थित श्रीमती लाल मुनि यादव को 10 मत प्राप्त हुए थे।  और वह अध्यक्ष निर्वाचित की गई इसी क्रम में पांच पार्षदों की संख्या वाले भाजपा के राजेश सिंह को निकाय के उपाध्यक्ष पद के चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा बढ़कर अप्रत्याशित  आठ मत प्राप्त हुए और वह   उपाध्यक्ष घोषित किए गए  नगर पालिका के ढाई वर्षो के कार्यकाल के दौरान काफी असंतोष  जनक स्थिति बनी रही, अंदरुनी आक्रोश बढ़ता गया और निकाय की कांग्रेसी सत्ता के प्रति पार्षदों का मोह भंग होने लगा जिसका परिणाम यह हुआ की नगर पालिका शिवपुर चर्चा  के लगभग 10 पार्षदों ने कलेक्टर के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग रख दी कलेक्टर के समक्ष  आवेदन प्रस्तुत करने के पश्चात पालिका के 10 पार्षद अचानक गायब हो गए और उनका मोबाइल फोन भी बंद हो गया महत्वपूर्ण 15 अगस्त  स्वतंत्रता दिवस   व रक्षाबंधन के अवसर पर भी यह जनप्रतिनिधि जनता के बीच नहीं आए नगर पालिका में स्वतंत्रता दिवस के ध्वजारोहण के अवसर पर लगभग लगभग-13 पार्षद अनुपस्थित रहे 13 अगस्त से  10 पार्षदों के मोबाइल फोन बंद होने और अन्यत्र चले जाने से यह स्पष्ट हो गया कि कांग्रेस के किले में सेंध लग चुकी है या फिर यह भी कहा जा सकता है की पार्टी के पार्षदों ने बगावत कर दी।  

कांग्रेस कमेटी के सामने भाजपा की चुनौती प्रतिष्ठा दांव पर....... नगर पालिका शिवपुर चर्चा के घटनाक्रम की  जानकारी मिलते ही जिला कांग्रेस कमेटी हरकत में आई और सात सदस्य कमेटी का गठन कर पार्षदों को मनाने का काम सौपा गया जिला कांग्रेस कमेटी के पत्र में स्पष्ट रूप  उल्लेखित है कि नगर पालिका शिवपुर चर्चा के अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को गिराने हेतु  एवं कांग्रेस के पार्षदों के मध्य आपसी तालमेल बैठाने हेतु कमेटी गठित की गई है आपसे अपेक्षा है कि अविश्वास प्रस्ताव के घटनाक्रम में  पैनी नजर रखते हुए तत्काल अविश्वास प्रस्ताव को शून्य घोषित करने हेतु सार्थक पहल करें  कांग्रेस द्वारा गठित कमेटी में कोरिया जिले के महत्वपूर्ण निकाय नगर पालिका शिवपुर चर्चा क्षेत्र के किसी भी वरिष्ठ कांग्रेसी को नहीं रखा गया जबकि नगर पालिका शिवपुर चर्चा क्षेत्र में विगत 7 सालों से कांग्रेस की सत्ता बरकरार है नगर पालिका के पूर्व पालिका अध्यक्ष सहित कई अनुभवी वरिष्ठ जन है सभी के अपने स्थानीय जनों से अच्छे संबंध हैं किंतु ऐसे लोगों को अहमियत या तवज्जो न देना समझ के परे है  सूत्रों के अनुसार नगर पालिका शिवपुर चर्चा के असंतुष्ट पार्षद व कई  लोगों ने जिले के जिम्मेदार कांग्रेसी पदाधिकारी को चर्चा में व्याप्त गुटबाजी ,नगर पालिका में व्याप्त मनमानी  एवं मतभेद से अवगत कराया किंतु जिला कांग्रेस के द्वारा कभी सार्थक पहल नहीं की गई और नहीं सामंजस्य  स्थापित करने करने  हेतु कोई कमेटी गठित की गई,, शिकायत के बावजूद आंखें बंद रखी गई,  यदि पार्टी के द्वारा नीति बनाकर समय रहते पहल एवं निरंतर संपर्क रहता तो आज यह स्थिति निर्मित नहीं होती नगर पालिका शिवपुर चर्चा के कतिपय कांग्रेसी पार्षद व पूर्व में कांग्रेस को समर्थन देने वाले निर्दलीय  पार्षद विगत 13 अगस्त से नदारत है और उनके 23 तारीख को सीधे नगर पालिका कार्यालय में पहुंचने  की संभावना  है।   कांग्रेस पार्टी के द्वारा गठित समिति के लिए नगर पालिका शिवपुर चर्चा में अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखना बेहद ही चुनौती पूर्ण है यदि कमेटी नगर पालिका में कांग्रेस की सत्ता को बरकरार रखने में कामयाब हो गई तो निश्चित ही छत्तीसगढ़ में कोरिया कांग्रेस की मान  प्रतिष्ठा बढ़ेगी और वर्तमान पालिका अध्यक्ष और उनके सहयोगी प्रदेश स्तर पर अपने आप को  मजबूती से  सुस्थापित कर लेगी इसके विपरीत इसके विपरीत यदि भाजपा अपनी संयोजित रणनीति में सफल हो गई तो कोरिया जिले के निकायों से कांग्रेस का सुपड़ा साफ हो जाएगा, प्रदेश की सत्ता में काबिज भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय जनप्रतिनिधि राजेश सिंह अरुण जायसवाल आदि निसंदेह पालिका में भाजपा की सत्ता को लाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं।  10 पार्षदों का साथ होने से उम्मीद है कि अविश्वास प्रस्ताव पारित हो जाएगा लेकिन यदि एक भी पार्षद ने हेरा फेरी की तो उनकी  मंशा पूरी नहीं हो पाएगी कुल मिलाकर पालिका नगर पालिका शिवपुर चर्चा के इतिहास में अगले 24 घंटे बेहद भारी हैं  महत्वपूर्ण 24 घंटे के बाद ही नगर पालिका का समीकरण सामने आएगा देखना यह है कि अविश्वास प्रस्ताव में  निकाय की कांग्रेसी सत्ता अपनी कुर्सी बचा पाती है या फिर भाजपा अपने मंसूबों पर सफल  होकर पूर्व की भांति नगर पालिका में भाजपा का परचम लहराते हुए निकाय की सत्ता में काबिज हो जाएगी। 

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