वट सावित्री के दिन विधि विधान से हुई पूजा-अर्चना


कोरिया बैकुंठपुर. ज्येष्ठ माह की कृष्ण अमावस्या को वट सावित्री का व्रत संपन्न हुआ। जिले के कई क्षेत्रों में महिलाएं हर्षोल्लास के साथ वट सावित्री व्रत कर बरगद की पूजा करती नजर आईं। पति की दीर्घायु, अखंड सौभाग्य व परिवार की उन्नति के लिए इस दिन वट वृक्ष की पूजा करना श्रेयस्कर माना जाता है। 


जिले के बैकुंठपुर, सलका, सलबा सहित कई क्षेत्रों में सुहागिनों ने पति की लम्बी उम्र और सुख शांति के लिए वट वृक्ष की पूजा की। नव विवाहिताओं में वट सावित्री पूजा को लेकर खास उत्साह दिखने को मिला। वट वृक्ष को आम, लीची मौसमी फल अर्पित करने, कच्चे सूत से बांधने और हाथ पंखे से ठंडक पहुंचाने के बाद महिलाओं ने आस्था के साथ इसकी 108 परिक्रमा की। पूजा के बाद वट सावित्री कथा सुनी। ज्येष्ठ मास की अमावस्या के दिन पड़ने वाले इस त्योहार में सुहागिन महिलाओं ने पूजा की थाली सजाकर वट वृक्ष की 108 परिक्रमा की और फल-फूल चढ़ाकर सुख-समृद्धि और पति की लंबी आयु की कामना की।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ