दवा वितरण केंद्र में नहीं मिल रही बुखार की दवा
मौके पर जाकर जब स्थिति की पड़ताल की गई, तो पता चला कि जिला अस्पताल के दवा वितरण केंद्र में बुखार की दवा फिलहाल उपलब्ध नहीं है। इस संबंध में जब दवा वितरण केंद्र के प्रभारी से जानकारी ली गई, तो उन्होंने बताया कि "बुखार की दवा में फंगस आ गया था, जिसके कारण उसे हटाना पड़ा।"
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फंगसयुक्त दवाएं मरीजों के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती थीं, इसलिए नियमों का पालन करते हुए उन्हें स्टॉक से बाहर कर दिया गया है। लेकिन सवाल यह उठता है कि यदि पुरानी दवा हटाई गई है, तो नई दवा की आपूर्ति अब तक क्यों नहीं की गई?
मरीजों को दी जा रही गैस की दवा
स्थिति और भी चौंकाने वाली तब हो गई जब कुछ मरीजों और उनके परिजनों ने शिकायत की कि डॉक्टरों द्वारा बुखार के मरीजों को 'गैस की दवा' दी जा रही है। यह सुनकर कोई भी हैरान रह जाएगा कि एक तरफ मरीज तेज बुखार से तप रहा है, और दूसरी तरफ उसे गैस या अपच की दवाएं थमा दी जा रही हैं।
कई मरीजों के परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों को जब बुखार की दवा नहीं मिली, तो उन्होंने पेट साफ करने या गैस कम करने वाली दवाएं देना शुरू कर दीं। यह उपचार ना सिर्फ असामान्य है। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक आयुष जायसवाल से बात करने पर उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल दवा उपलब्ध नहीं है जल्द ही स्टोर से दवा मंगा कर उपलब्ध कराया जाएगा।
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