नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट
चरचा कालरी........महाशिवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर चर्चा कालरी सहित पूरे क्षेत्र में चारों तरफ आस्था और भक्ति का सैलाब नज़र आया। सुबह से ही क्षेत्र के सभी मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस पुनीत अवसर पर श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की।
प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शिवजी की अनूठी बारात निकाली गई। चरचा कालरी के सुभाष नगर स्थित सर्वेश्वर महादेव मंदिर से आरंभ हुई इस बारात में हजारों महिला-पुरुष श्रद्धा भाव से शामिल हुए। रथ में सवार भगवान शिवजी की प्रतिमा, बैंड-बाजे की धुन पर नाचते युवा और मंगल गीत गाती महिलाएं—यह सब कुछ अत्यंत अद्भुत दृश्य प्रस्तुत कर रहा था। हर हर महादेव और बम बम भोले के नारों के साथ पूरा क्षेत्र गूंज रहा था यात्रा मार्ग में कई स्थानों पर स्वागत और विशेष आयोजन किए गए। नाचती-गाती झूमती बारात देर शाम ऑफिसर कॉलोनी स्थित प्राचीन शिव मंदिर पहुंची, जहां मंदिर के आयोजकों द्वारा बाराती बने भगवान शिव की भव्य अगवानी की गई। इसके पश्चात विधि-विधान से भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह संस्कार संपन्न कराए गए।
इस शुभ अवसर पर विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। महाशिवरात्रि पर्व शिवभक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि यह दिन शिव-पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतीक है। इस पर्व के माध्यम से भक्तगण आत्मशुद्धि, संयम और भक्ति का संदेश ग्रहण करते हैं। महाशिवरात्रि केवल एक धार्मिक पर्व नहीं बल्कि आत्म जागरण और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का एक अद्भुत अवसर है इस दिन भगवान शिव की आराधना करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि आती है और वह आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त करता है।
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