रक्षाबंधन पर बुजुर्ग भाइयों की कलाइयों पर सजी राखी, कलेक्टर बोलीं-आप आशीर्वाद दें, यही मेरी सबसे बड़ी पूंजी वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के संग तिलक, आरती, राखी और आचार की खुशबू से महका रक्षाबंधन का पर्व


कोरिया बैकुंठपुर / भाई-बहन के स्नेह, सुरक्षा और समर्पण के पर्व रक्षाबंधन को जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने इस बार कुछ खास अंदाज में मनाया। वे अपने शासकीय आवास से सीधे बैकुंठपुर के वृद्धाश्रम पहुँचीं और वहाँ मौजूद बुजुर्ग भाई-बहनों से आत्मीय मुलाकात की। उन्होंने सभी के माथे पर तिलक लगाया, दीप आरती कर पूजा की और एक-एक कर करीब 10 बुजुर्ग की कलाई पर राखी बांधी।

जैसे ही रक्षा सूत्र बुजुर्गों की कलाइयों पर सजा, उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक उठे। भावुक होकर उन्होंने कहा 'हमारे पास देने को कुछ नहीं, पर आशीर्वाद है कि आप खूब आगे बढ़ो और नाम कमाओ।' इस पर कलेक्टर भी भावुक हो गईं और बोलीं 'आज जो भी हूँ, मेहनत के साथ आप जैसे बुजुर्गों के आशीर्वाद का ही फल है।'

बातों-बातों में एक बुजुर्ग ने संकोच से कहा 'पिछली बार आचार भेजा था, इस बार भी भेज देतीं तो अच्छा लगता।' यह सुनते ही कलेक्टर ने तुरंत अपने घर से खुद का बनाया आचार भेजा और बुजुर्गों को शाल, फल, मिठाई भी वितरित की। उन्होंने सभी से सेहत, भोजन और जरूरतों की जानकारी ली और समाज कल्याण विभाग को पौष्टिक भोजन, नियमित स्वास्थ्य जांच, योगाभ्यास और बरसात के बाद किसी पर्यटन स्थल की सैर कराने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कहा 'यहाँ रहने वाले सभी बुजुर्ग मेरे परिवार जैसे हैं। उनकी देखभाल हमारी जिम्मेदारी है और राखी बांधने का यह अवसर मेरे लिए सौभाग्य की बात है।'

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