खुले में फेंकी गई सरकारी दवाइयों का मामला जिला अस्पताल बैकुंठपुर के तीन कर्मचारी निलंबित पुलिस जांच के आदेश, होगी कड़ी कार्यवाही


कोरिया बैकुंठपुर /  कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में खुले में फेंकी गई सरकारी दवाइयों के मामले ने तूल पकड़ लिया है। कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी के निर्देश पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रशांत सिंह ने जांच टीम गठित कर बैकुंठपुर स्थित नुरुल हुडा मैरिज गार्डन के पीछे फेंकी गई दवाओं की जांच की गई।

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि फेंकी गई दवाइयों के बैच नंबर, निर्माण व समाप्ति तिथि तथा निर्माता कंपनियां, जिला चिकित्सालय बैकुंठपुर के स्टोर व ओपीडी फार्मेसी में सप्लाई की गई दवाइयों से मेल खा रही हैं। जांच दल को संबंधित स्टोर व ओपीडी फार्मेसी में इन दवाइयों का स्टॉक शून्य मिला, साथ ही वितरण से संबंधित कोई वैध रजिस्टर या विवरण प्रस्तुत नहीं किया गया।

प्रथम दृष्टया लापरवाही के दोषी पाए जाने पर जिला अस्पताल बैकुंठपुर के तीन कर्मचारियों श्रीमती शोभा गुप्ता, प्रभारी स्टोर कीपर,  जितेन्द्र जायसवाल फार्मासिस्ट ग्रेड-02 तथा

 छत्रपाल सिंह फार्मासिस्ट

को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है तथा इन पर छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम 9 के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। 

प्रशासन ने इस गंभीर मामले की आपराधिक जांच के लिए पुलिस अधीक्षक कोरिया को पत्र जारी कर एफआईआर दर्ज करने व विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं। नाले के पास फेंकी गई अन्य दवाइयों के स्रोत व संलिप्त व्यक्तियों की पहचान के लिए पुलिस जांच जारी है।

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