शराब की बोतलों के बीच खेलते हैं बच्चे..... क्या होगा नौनिहालों का भविष्य.... अंग्रेजी शराब दुकान के सामने खुले रूप से शराबी पीते हैं शराब. .... शराब दुकान बनी जनसुरक्षा के लिए खतरा, प्रशासन मौन"


नीरज गुप्ता की विशेष रिपोर्ट

कोरिया चरचा कालरी....... नगर पालिका शिवपुर चर्चा के मुख्य मार्ग पर स्थित सरकारी अंग्रेजी शराब दुकान  क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का बड़ा कारण बन चुकी है। दुकान के ठीक सामने प्रतिदिन खुलेआम शराबियों की महफिल जमती है और नशेड़ी सड़क के दूसरी ओर बैठकर खुलेआम शराब का सेवन करते हैं। यह शराबी  पीने के बाद शराब की खाली बोतलें उसी सार्वजनिक स्थान पर फेंकते  हैं, जिससे गंदगी फैलती है और वातावरण दूषित होता है।

शराब की बोतलों के बीच खेलते हैं बच्चे........ अंग्रेजी शराब दुकान के चारों ओर आवासीय कॉलोनी है शराब दुकान के सामने खाली जगह है जहां पर विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम सरस्वती पूजा, गणेश पूजा आदि होता है व इसी स्थल के बगल में शराब दुकान के  ठीक सामने नगर पालिका द्वारा ओपन जिम लगाया गया है जहां पर आसपास के रहने वाले बच्चे खेलते हैं और शराबियों के द्वारा फेके गए कांच के बोतलों के टुकड़ों से चोटिल हो जाते हैं शराबियों और शराब की बोतलों को देखते-देखते बच्चों के मन मस्तिष्क पर भी बेहद बुरा प्रभाव पड़ रहा है कम उम्र में ही उन्हें यह मालूम हो गया की शराब क्या है और शराब पीने से क्या होता है यही बच्चे आगे चलकर शराब के नशे की लत में आ जाते हैं

अंग्रेजी शराब दुकान के सामने  श्रद्धालुओं, आम नागरिकों और स्कूल जाने वाले हजारों बच्चों का मुख्य दैनिक मार्ग है। इसी रास्ते से जिला प्रशासन के मुख्यालय अधिकारी भी आना-जाना करते हैं अंग्रेजी शराब दुकान के सामने हो रही खुलेआम शराबखोरी से महिलाओं और बच्चियों को असहजता का सामना करना पड़ता है। साथ ही बच्चों के कोमल मन-मस्तिष्क पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। वे यह सोचने लगते हैं कि आखिर इन बोतलों में ऐसा क्या है जिसके पीछे इतनी भीड़ लगी रहती है।

प्रशासन द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने पर रोक के बावजूद यहाँ हर दिन खुलेआम शराब का सेवन होता है, यह निरंकुश शराबी एक तरह से खुलेआम प्रशासन को चुनौती देते प्रतीत हो रहे हैं शराब दुकान में। शराबियों द्वारा अक्सर हंगामा, झगड़ा और अभद्रता भी देखने को मिलती है जिससे क्षेत्र की शांति भंग होती है।


सबसे चिंताजनक बात यह है कि आबकारी और पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इसी मार्ग से प्रतिदिन गुजरते हैं, लेकिन अब तक जनहित में कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई है। चर्चाकालरी की यह शराब दुकान घनी आबादी और रिहायशी कॉलोनी के बीच मुख्य मार्ग पर स्थित है, जबकि जिले के अन्य क्षेत्रों में शराब की दुकानें सड़कों से किनारे लगाई गई हैं। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि आबकारी विभाग इस ओर आंखें क्यों मूंदे हुए है?

यदि दुकान के सामने सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं तो शराबियों की हरकतें साफ रिकॉर्ड हो सकती हैं और प्रशासन के पास कार्यवाही करने के पर्याप्त साक्ष्य भी होंगे। दुकान पर कई बार विवाद की स्थिति भी बन चुकी है, लेकिन उसके बावजूद संबंधित विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

जनहित में यह आवश्यक है कि इस शराब दुकान को घनी बस्ती से हटाकर कहीं और स्थानांतरित किया जाए और सार्वजनिक स्थान पर शराब सेवन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। अब समय आ गया है कि प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को समझे और संवेदनशीलता दिखाते हुए क्षेत्रवासियों की समस्याओं का समाधान करे।

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