कोरिया बैकुण्ठपुर । कोरिया जिले में सड़क सुरक्षा और वाहन चालकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए जिला प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा निःशुल्क नेत्र परीक्षण और चश्मा वितरण का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत 06 मई 2025 को डुमरिया नाका पर पांचवें नेत्र शिविर का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चले इस शिविर में सैकड़ों वाहन चालकों ने हिस्सा लिया और अपनी आंखों की जांच कराई।
अभियान का उद्देश्य और महत्व,
जिला परिवहन विभाग द्वारा 01 मई से 22 मई 2025 तक चलाए जा रहे इस विशेष अभियान का मुख्य उद्देश्य वाहन चालकों की दृष्टि संबंधी समस्याओं का समय पर निदान कर सड़क दुर्घटनाओं को रोकना है। खराब दृष्टि के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए यह पहल बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। शिविरों में न केवल नेत्र परीक्षण किया जा रहा है, बल्कि जरूरतमंद चालकों को निःशुल्क चश्मे और आवश्यक दवाएं भी प्रदान की जा रही हैं। जिला प्रशासन का यह प्रयास न सिर्फ सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि वाहन चालकों के बीच स्वास्थ्य जागरूकता को भी प्रोत्साहित कर रहा है। इस अभियान के तहत जिले के विभिन्न स्थानों पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें डुमरिया नाका पर आयोजित शिविर एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा।
पांचवें शिविर दिवस की विशेषताएं,
डुमरिया नाका पर आयोजित इस शिविर में अनुभवी नेत्र चिकित्सक डॉ. मोहसीन रजा और उनकी टीम ने सैकड़ों वाहन चालकों की आंखों की जांच की। जांच के दौरान कई चालकों में दृष्टि संबंधी समस्याएं पाई गईं, जिन्हें तत्काल चश्मे और दवाएं उपलब्ध कराई गईं। शिविर में निःशुल्क चश्मा वितरण की सुविधा ने चालकों के बीच उत्साह पैदा किया।शिविर की व्यवस्थाओं में स्थानीय समाजसेवी संस्था ‘आर्थो वेलफेयर फाउंडेशन’ की भूमिका सराहनीय रही। संस्था के प्रमुख सदस्यों, जिनमें मनोज कुमार मंडल, राहुल सिंह, तरुण सिंह, कु. नंदनी, आकांक्षा गिद्ध, माही पंकज और सरिता कुर्रे शामिल थे, ने आयोजन को सुचारु बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी सक्रिय भागीदारी ने शिविर को और अधिक प्रभावी बनाया।
जिला परिवहन विभाग की भूमिका
जिला परिवहन अधिकारी के मार्गदर्शन में आयोजित इस शिविर का संचालन पूरी तरह व्यवस्थित और पारदर्शी रहा। विभाग ने शिविर के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए, जिसमें चिकित्सा उपकरण, दवाएं और चश्मे शामिल थे। परिवहन अधिकारी ने इस अवसर पर चालकों से अपील की कि वे नियमित रूप से अपनी आंखों की जांच कराएं, क्योंकि सुरक्षित ड्राइविंग के लिए अच्छी दृष्टि अनिवार्य है।
वाहन चालकों और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया,
शिविर में शामिल वाहन चालकों ने इस पहल की जमकर सराहना की। कई चालकों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण वे नियमित नेत्र परीक्षण नहीं करा पाते थे, लेकिन इस निःशुल्क शिविर ने उनकी यह समस्या हल कर दी। स्थानीय लोगों ने भी इसे सड़क सुरक्षा और जनस्वास्थ्य की दिशा में एक प्रभावी कदम बताया।
सड़क सुरक्षा के लिए एक मील का पत्थर,
जिला प्रशासन और परिवहन विभाग द्वारा शुरू किया गया यह अभियान कोरिया जिले में सड़क सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो रहा है। खराब दृष्टि के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में यह पहल महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। साथ ही, यह अभियान वाहन चालकों के बीच स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी मदद कर रहा है।
आगामी योजनाएं,
परिवहन विभाग ने बताया कि अभियान के तहत जिले के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह के शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों के माध्यम से अधिक से अधिक वाहन चालकों तक निःशुल्क नेत्र परीक्षण और चश्मा वितरण की सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य है। विभाग ने सभी वाहन चालकों से अपील की है कि वे इन शिविरों में भाग लें और अपनी दृष्टि की जांच अवश्य कराएं।
डुमरिया नाका पर आयोजित पांचवां नेत्र शिविर दिवस न केवल एक सफल आयोजन रहा, बल्कि इसने सड़क सुरक्षा और जनस्वास्थ्य के प्रति जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। इस तरह के प्रयास निश्चित रूप से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएंगे और सड़कों को सुरक्षित बनाने में योगदान देंगे। जिला प्रशासन, परिवहन विभाग और आर्थो वेलफेयर फाउंडेशन के इस संयुक्त प्रयास को क्षेत्रीय जनता ने खुले दिल से स्वीकार किया है।
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