कोरिया बैकुंठपुर। जिले में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाने के उद्देश्य से कोरिया कलेक्टर के कुशल मार्गदर्शन में कृषि विभाग द्वारा "नेशनल मिशन ऑन एडिबल ऑयल (National Mission on Edible Oils)" योजना के तहत तिलहन एवं दलहन फसलों को बढ़ावा देने की दिशा में प्रभावी पहल की जा रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत खाद्य तेलों के आयात को कम करना और किसानों को अधिक लाभ देना है।
कलेक्टर कोरिया चंदन त्रिपाठी के निर्देशन में कृषि विभाग ने जिले के विभिन्न ब्लॉकों में किसानों के साथ जागरूकता शिविर, प्रशिक्षण कार्यक्रम और कृषक संवाद का आयोजन प्रारंभ किया है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों को तिलहन फसलों जैसे सरसों, मूंगफली, सोयाबीन एवं दलहन फसलों जैसे चना, मसूर, अरहर इत्यादि के महत्व, वैज्ञानिक खेती की विधियों तथा उत्पादन बढ़ाने के उपायों की जानकारी दी जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में भारत खाद्य तेलों का एक बड़ा हिस्सा आयात करता है, जिससे विदेशी मुद्रा पर बोझ पड़ता है। ऐसे में सरकार ने तिलहन उत्पादन को बढ़ाने हेतु यह विशेष मिशन शुरू किया है। कोरिया जिले में भी इस दिशा में विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है, ताकि स्थानीय किसानों को योजना का अधिकतम लाभ मिल सके।
कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने किसानों को बताया कि तिलहन एवं दलहन फसलें मिट्टी की उर्वरता बनाए रखने में भी सहायक होती हैं और फसल चक्र में इन्हें शामिल करने से भूमि की गुणवत्ता में सुधार आता है। साथ ही, इन फसलों की उत्पादन लागत अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे किसानों को अधिक मुनाफा मिलता है।
कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण, प्रशिक्षण, तथा किसानों को अधिक से अधिक दलहन तिलहन फसल की खेती में ध्यान देने हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा है निश्चित तौर पर कोरिया जिले के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। जिला स्तरीय इस कार्यक्रम के दौरान बैकुंठपुर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत बुढार, सरभोक,कुडेली, मनसुख, सलका, बिशनपुर, के किसान उपस्थित रहे इस दौरान जनपद पंचायत बैकुंठपुर के अध्यक्ष उदय सिंह, जिला पंचायत सदस्य संगीता सोनवानी, सौभाग्यवती सिंह खुसरो वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी वंदना सिंह श्याम, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी दीपेंद्र पंकज , रवि शंकर, राकेश पैकरा, अमित लकड़ा सहित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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