जिले में उर्वरक और बीज का भंडारण लक्ष्यानुसार सुनिश्चित 11,552 किसानों ने समितियों से उठाव कर किया खेती में उपयोग


कोरिया बैकुंठपुर / कोरिया जिले की सहकारी समितियों में खरीफ सीजन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए शासन के लक्ष्यानुसार उर्वरक एवं बीज का पर्याप्त भंडारण किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार, अब तक 11,552 किसानों ने समितियों से उर्वरक प्राप्त कर खेती में उपयोग किया है, वहीं बीज भंडारण भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, जिसका किसानों द्वारा निरंतर उठाव किया जा रहा है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष आज की तारीख तक उर्वरक भंडारण की मात्रा लगभग समान रही है।

डीएपी की विकल्प के रूप में सुझाव,

जिले में कृषि विभाग ने किसानों के लिए उपयोगी विकल्प सुझाए हैं, जिससे कृषि कार्य बाधित न हो। डीएपी के स्थान पर किसान अन्य उर्वरक संयोजन का उपयोग कर सकते हैं, एनपीके 12:32:16, डीएपी 20:20:0:13 या 1.5 बोरी यूरिया + 2 बोरी सुपर फॉस्फेट विशेषज्ञों के अनुसार, इन संयोजनों से फसलों को आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं और उत्पादन प्रभावित नहीं होता।

कृषि वैज्ञानिकों द्वारा धान फसल के लिए फसल अवधि के अनुसार नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और अन्य पोषक तत्वों की संतुलित सिफारिशी मात्रा निर्धारित की गई है, जिसे किसानों को अपनाने की सलाह दी गई है। जल्दी पकने वाली देशी किस्मों के लिए लगभग 24 किग्रा नाइट्रोजन, मध्यम अवधि (126–140 दिन) की किस्मों के लिए 40 किग्रा नाइट्रोजन, लंबी अवधि (141 दिन से अधिक) और संकर किस्मों के लिए इससे अधिक मात्रा सिफारिश की गई है। इन पोषक तत्वों को अलग- अलग खादों जैसे यूरिया, सुपर फॉस्फेट और एनपीके के माध्यम से संतुलित तरीके से देने की सलाह दी गई है।

किसानों से अपील,

उप संचालक कृषि  राजेश भारती ने किसानों से आग्रह किया है कि वे केवल शासन द्वारा पंजीकृत सहकारी समितियों से ही उर्वरक व बीज की खरीदी करें और संबंधित संस्था से पक्की रसीद अवश्य प्राप्त करें।

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